जिला परिचय : यमुनानगर | हरियाणा GK
विषय सूची
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स्थापना: 1 नवंबर 1989 | क्षेत्रफल : 1768 वर्ग किलोमीटर | लिंगानुपात : 877 |
जनसंख्या : 12.14 लाख | कुल गाँव : 687 | राजस्व मंडल,लोकसभा क्षेत्र,पुलिस रेंज : अम्बाला |
नगर निगम : यमुनानगर | तहसील : जगाधरी, छछरौली, बिलासपुर, रादौर, | उप तहसील: सढौरा, खिज्राबाद, मुस्तफाबाद |
उपमंडल :जगाधरी, बिलासपुर रादौर | खंड / ब्लॉक: जगाधरी, रादौर, सढौरा, बिलासपुर, छछरौली, मुस्तफाबाद, खिज्राबाद | विधानसभा क्षेत्र: यमुनानगर जगाधरी, रादौर, सढौरा (आरक्षित) |
जिला स्थिति :–
- उत्तर दिशा में”: हिमाचल प्रदेश
- पश्चिम व उतर-पश्चिम दिशा में: अम्बाला
- पूर्व दिशा में: उतर प्रदेश
- दक्षिण दिशा में: करनाल
- दक्षिण-पश्चिम दिशा में : कुरुक्षेत्र
मुख्य बिन्दु:
- अंबाला से अलग करके जिला बनाया गया 14वां
- यमुनानगर का प्राचीन नाम : अब्दुल्लापुर
- जगधारी का प्राचीन नाम : युगन्धर / युगाधारी
- बिलासपुर का प्राचीन नाम : व्यासपुर [महर्षि वेदव्यास के कारण]
- यमुना नदी के किनारे बसे होने के कारण यमुनानगर नाम पड़ा
- जनसंख्या की दृष्टि से यमुनानगर जिले का राज्य में स्थान : आठवां
- गन्ना उत्पादन में राज्य में यमुनानगर का स्थान : प्रथम
- वन क्षेत्र की दृष्टि से यमुनानगर जिले का राज्य में स्थान दूसरा (पहला पंचकुला)
- जिले में पाए जाने वाले वन : उपोषण कटिबंधीय वन
- जगाधरी की मृदा को क्या कहा जाता है : कंधी
- यमुना नदी कालेश्वर पार्क से हरियाणा में प्रवेश करती है
- हरियाणा की जीवन रेखा कही जाने वाली पश्चिमी यमुना नहर यमुनानगर के ताजेवाला के पास हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी से निकाली गई है (यहीं से उत्तर प्रदेश के लिए पूर्वी यमुना नहर निकाली गई है )
- मछुआरों का स्वर्ग : हथिनीकुंड बैराज
- हरियाणा की सबसे बड़ी व सबसे प्रमुख चीनी मिल : सरस्वती शुगर / चीनी मील स्थापना – 1933 लाहौर
- हरियाणा के जुड़वा शहर यमुनानगर जगाधरी
- डिस्टलरी शहर : यमुनानगर
- हरियाणा का एकमात्र स्थान जहाँ गोला बारुद बनता है
- चौधरी देवीलाल प्राकृतिक पार्क: चुहरपुर/चुहडपुर
- हरियाणा में गन्ने का सर्वाधिक उत्पादन वाला जिला : यमुनानगर
- हरियाणा का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्क – कालेसर राष्ट्रीय पार्क [ जंगली मुर्गे के लिए प्रसिद्ध ]
- साल और चीड / चिनार के पेड़ों की अधिकता यमुनानगर में
- हरियाणा का चेरापूंजी : छछरौली (हरियाणा में सबसे ज्यादा वर्षा वाला स्थान)
- यमुनानगर पर्यटन केंद्र की स्थापना : 1986
- ग्रे पैलिनेन पर्यटन केंद्र : यमुनानगर
- पिनटेल रेस्टोरेंट हथिनीकुंड
- बसन्तुर नामक जगह का संबंध राजा शान्तनु से है
- बीरबल का रंग महल या बुढ़िया का रंगमहल : बुढ़िया नामक गांव (शाहजहां काल में बनवाया गया)
- कलसिया रियासत का किला – छछरौली [ इसे रानी की खिड़की भी कहते हैं। (अंग्रेजो ने महाराजा रणजीत सिंह को इनाम दिया) सिंवर
- छछरौली का विद्रोह [1818 ई.] का नेतृत्व – जोध सिंह
- दीनबंधु छोटूराम तापीय विद्युत परियोजना : यमुनानगर : क्षमता 600 मेगाबाट
- रणबीर सिंह हुड्डा सिंचाई एवं ऊर्जा संस्थान स्थित है : हथनीकुंड बैराज
- जवाहर नवोदय विद्यालय गुलाबगढ़, खिजराबाद
- यमुनानगर जिले में एक महिला विश्वविद्यालय स्थापित करने का भी प्रस्ताव है।
- राजकीय कन्या महाविद्यालय, रादौर का नाम बदलकर रखा गया महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर
- बिल्ट फूटबाल स्टेडियम : यमुनानगर
- शुंगकालीन फलक मिली है : सुध गांव से
- लौहगढ़ का किला : बिलासपुर
- 12 खड़ी की लिखाई का प्रमाण देने वाला अभिलेख : सुध से
- “कई संगीतकार एक बैलगाड़ी में एक साथ बैठे हुए दिखाई दिए जाते हुए” मूर्ति मिली है : सुध से
- अभिनेता सुनील दत्त / बलराज दत्त का सम्बन्ध : मंडली गांव
- वेद गांधी [ फिल्म निर्माता ] का सम्बन्ध: यमुनानगर :
- देश में पीतल के बर्तन का प्रसिद्ध केंद्र : जगाधरी
- गुरुद्वारा कपाल मोचन: बिलासपुर [1687 में गुरु गोविंद सिंह जी यहाँ 52 दिन रहे और अपने शास्त्र धोये थे]
- पीर बुदधुशाह गुरुद्वारा सढौरा
- यमुना, सुखना और सरस्वती नदी का संगम : कालेश्वर मठ, यमुनानगर
- भारोत्तोलन कर्णम मल्लेश्वरी ने खेल एकेडमी शुरू की : यमुनानगर
- टोपरा अभिलेख :- टोपरा गांव : रादौर खंड
- हरियाणा से प्राप्त अशोक का एकमात्र अभिलेख : ब्राह्मी लिपि
- THE BUDHISAM संस्था के द्वारा टोपरा में 6 टन का देश का सबसे बड़ा अशोक चक्कर का निर्माण किया गया है
- परिधि / ऊंचाई 30 फीट रंग : गोल्डन
- देश का सबसे बड़ा का अशोक चक्र : टोपरा गाँव, यमुनानगर
- बौद्ध धर्म के प्रचार का केंद्र रहा है : टोपरा कला
- टोपरा से प्राप्त ब्राह्मी लिपि और प्राकृत भाषा का सम्राट अशोक का एक स्तंभ को फिरोजशाह तुगलक ने
- 1356 में टोपरा से निकालकर मखमल के कपड़े में लपेटकर दिल्ली के लाल किला में लगवा दिया और इस पर सात अभिलेख खुदे हैं।
- सरस्वती नदी : उद्गम स्थल : आदि बद्री
- नदी की खोज पर जल मिला है : मुग्लावाली गाँव
- खुदाई के लिए गठित बोर्ड : सरस्वती हैरिटेज डेवलपमेंट बोर्ड
- नदी की खुदाई का कार्य : मनरेगा के तहत (बजट : 50 करोड)
- इसका अध्यक्ष राज्य का मुख्यमंत्री होता है।
- मुस्तफाबाद गांव का नाम बदलकर सरस्वती नगर कर दिया गया है।
- चनेटी का स्तूप- सुध गांव में [ निर्माण सम्राट अशोक, ऊंचाई 200 m ] हरियाणा का सबसे पुरानी इमारत (अकबरी स्टाइल)
- सुध से प्राप्त प्राचीन अभिलेख : जहां “मिट्टी की एक छोटी सी मूर्ति में एक छोटे बच्चे को तख्ती पर स्वर एवं व्यंजन अक्षरों का लेखन लिखता हुआ दिखाई दिया है (यह अभिलेख दूसरी शताब्दी का है और पूरे भारत में बारह खड़ी की लिखाई का सबसे प्राचीन अभिलेख है)
मेले :
- कपाल मोचन मेला : बिलासपुर आदि बद्री का मेला कठगढ़, जगाधरी पंचमुखी मेला – हजरत शाह का मेला सदौरा बावन वादसी का मेला : जगाधरी छछरौली
मंदिर:
- आदि बद्री नारायण मंदिर जगाधरी
- गोपाल मोचन मंदिर : बिलासपुर
- पंचमुखी हनुमान मंदिर छछरौली [ माना जाता है कि इसमें मूर्ति 350 वर्ष पुरानी है जिसे खेत में हल चलाते हुए एक किसान को मिली थी ।
- चिठ्ठा मंदिर [ हनुमान जी की सफेद मूर्ति – यमुनानगर ]
- भगवान परशुराम सर्वधर्म मंदिर – जगाधरी
- गौरीशंकर मन्दिर : जगाधरी
- चित्रा मंदिर
- सूर्यकुंड मंदिर- अमादलपुर [भारत में दो ऐसे मंदिर हैं जहां से किसी भी प्राणी पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है [I] कोणार्क मंदिर : उड़ीसा [I] सूर्यकुंड मंदिर : यमुनानगर [ कोणार्क मंदिर की तर्ज पर ]
- लक्कड़हारा मंदिर : जगाधरी : कोणार्क मंदिर की तर्ज पर
- श्री कालेश्वर महादेव मंदिर व मठ : छछरौली [धर्मगुरूओ ने सूर्य यज्ञ किया ]
- कपाल मोचन हनुमान मंदिर : बिलासपुर [सोम सरोवर तीर्थ पर ] “गागरवाला” “मनोकामना” “तांरोवाला” नामक तीन मंदिर : सढौरा में
- कपाल मोचन : यहाँ मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने तीन कुण्ड बनवाएं
- उत्तर दिशा का अग्नि कुंड : प्लार्थ तीर्थ: पुलस्तिन ऋषि ने तपस्या की
- दक्षिण दिशा का अग्निकुंड : अर्ध चंद्राकार आकृति
- ऋण मोचन अग्निकुंड
- पातालेश्वर महादेव मंदिर स्थित है : गुड़िया
- पीर बुद्धशाह का गुरुद्वारा स्थित है : सढोरा
- सैयद कादिर शाह अल आजम की दरगाह स्थित है : सढोरा
- कपालमोचन मंदिर, कपालमोचन सरोवर, कपालमोचन गुरुद्वारा स्थित है: बिलासपुर
- बाबा बंदा सिंह बहादुर ने अपना मुख्यालय बनाया था सढोरा
- यमुनानगर पर अंग्रेजों का अधिकार 1828 में हुआ ।
- तीसरी सदी के सिक्के, 11वीं सदी की उमा महेश्वर की मूर्ति, 12वीं सदी की गणेश जी की मूर्ति मिली है : बिलासपुर
- प्रमुख उद्योग : बर्तन उद्योग, मशीन पुर्जे, पीतल तांबा – स्टील-एलुमिनियम बर्तन
- बल्लारपुर पेपर मिल (बिल्ट पेपर मिल) : बिलासपुर स्थापना 1929 में पल्प एंड पेपर मिल्स अब्दुल्लापुर लिमिटेड के नाम से हुई थी यहाँ अच्छी किस्म के लेखन व मुद्रण के कागज का उत्पादन होता है
- भारत स्टार्च केमिकल लिमिटेड स्थापना : 1938
- ताजेवाला कांपलेक्स : यमुनानगर
- रेलवे कैरिज & वैगन वर्कशॉप : जगाधरी : 1952: यहाँ शताब्दी की मरम्मत होती है
- प्लाईवुड उद्योग और लकड़ी की मंडी के लिए प्रसिद्ध केंद्र – टिंबर मार्केट यमुनानगर मॉर
- भारत स्टार्च केमिकल लिमिटेड है [ मक्का से स्टार्च ] : 1938
- यमुना गैस लिमिटेड की स्थापना 1973
- सौर विद्युत केंद्र : भुदकलां
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