जिला परिचय : रेवाड़ी | हरियाणा GK
विषय सूची
आंकडें
स्थापना:01 नवंबर 1989 | साक्षरता दर :80.99% | क्षेत्रफल : 1594 वर्ग किलोमीटर |
जनसंख्या घनत्व:565 | कुल गाँव:412 | ग्राम पंचायतें:348 |
पंचायत समितियाँ : 6 | जिला परिषद वार्ड:18 | पुलिस रेंज:साउथ रेंज रेवाड़ी |
राजस्व मंडल :गुरुग्राम | लोकसभा क्षेत्र : गुरुग्राम | तहसील:रेवाड़ी, बावल, कोसली |
उप तहसील: धारूहेड़ा, नाहड, मनेठी, हडीना, पाल्हावास | उपमंडल : रेवाड़ी, बावल, कोसली | खंड/ब्लाक : रेवाड़ी, बावल, जाटूसाना, नाहड, खोल, हडीना |
विधानसभा क्षेत्र: रेवाड़ी, बावल (आरक्षित), कोसली | NCR जिला : रेवाड़ी | उपनाम : वीर भूमि, अहीरवाल का लंदन, पीतल नगरी |
जिला स्थिति :-
पूर्व दिशा में : गुरुग्राम, नुह
पश्चिम दिशा में : महेंद्रगढ़
उत्तर-पश्चिम दिशा में : चरखी दादरी
उत्तर दिशा में : झज्जर
दक्षिण, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम में : अलवर जिला राजस्थान
नामकरण:
- राजा रेवत ने अपनी पुत्री रेवती के नाम पर बसाया, राजा जिसे प्यार से रीवा कहा करते थे और बाद में इस नगर का नाम रीवावाडी रखा और बाद में रेवावाडी / रेवाड़ी हो गया
- मान्यता है कि राजा रेवत ने अपनी पुत्री का विवाह श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम के साथ किया और यह नगर दान में दिया, यह नगर बलराम की राजधानी भी रहा है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- महेंद्रगढ़ जिले से रेवाड़ी व बावल का क्षेत्र और रोहतक से कोसली का क्षेत्र मिलाकर रेवाड़ी को राज्य का 16वां जिला बनाया गया: 01 नवंबर 1989
- यह मान्यता है कि नगर की स्थापना पृथ्वीराज चौहान के भतीजे कमदपाल ने की थी
- राजा कदमपाल को रेवाड़ी का संस्थापक माना जाता है
- NH-48 राज्य का ही नही अपितु देश का भी सबसे व्यस्तम NH है : दिल्ली – बावल (रेवाड़ी)- जयपुर-मुंबई
- हरियाणा का सबसे प्राचीन व सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन: रेवाड़ी
- सबसे पहले ट्रेन चली : 1873 [ रेवाड़ी – दिल्ली]
- देश की पहली CNG रेल रेवाड़ी से रोहतक तक चली : 15 जनवरी 2015 :
- प्रमुख नदियां साहिबी, कृष्णावती :
- प्रमुख फसलें : बाजरा, मूंग, गेहूं, सरसों, चना,
- कम जनसंख्या की दृष्टि से रेवाड़ी जिले का राज्य में स्थान तीसरा (पहला- दादरी, दूसरा-पंचकुला)
- लिंगानुपात की दृष्टि से रेवाड़ी जिले का राज्य में स्थान : तीसरा
- पुरुष साक्षरता की दृष्टि से रेवाड़ी जिले का राज्य में स्थान : प्रथम
- पशुजनगणना 2012 के अनुसार राज्य में सबसे कम गाय वाला जिला : रेवाड़ी
- स्लेट पत्थर के लिए पुरे देश में प्रसिद्ध स्थान : कुण्ड रेलवे फ्रंट कॉरिडोर बावल में विकसित किया जा रहा है
- सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफार्म : रेवाड़ी
- दक्षिण पुलिस रेंज का मुख्यालय रेवाड़ी
- हरियाणा में सिपाहियों का गढ़ : कोसली
- बाड़ावास का युद्ध : 12.03.1789 शाहआलम द्वितीय व नजफ़ खां के बीच (जीत)
- अहीर साम्राज्य की स्थापना औरंगजेब के समय की राव नंदराम ( बोलनी)
- राव तुलाराम की मरणतिथि 23 सितम्बर को हरियाणा में शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है
- धारूहेड़ा को बसाया : राव नंदराम ने
- रेवाड़ी से 1857 क्रांति का नेता राव तुलाराम : राव तुलाराम : स्टेडियम रेवाड़ी
- आजादी से पहले बावल का क्षेत्र नाभा रियासत के अधीन था
- ब्रिटिश कंपनी ने रेवाड़ी परगने के 87 गांव जागीर के रूप में दिए थे : राव तेजसिंह को संसार
- रेवाड़ी की चित्रकला कहां की शैली है : राजस्थानी
- स्वच्छ दर्पण 2019 ग्रामीण में पहला स्थान मिला : रेवाड़ी
- बावल का किला : इस पर तोप से गोले दागे गए किंतु असर नहीं हुआ
- अकबर के समय रेवाड़ी का शासक : हेमू/हेमचन्द्र जो अंतिम हिंदू सम्राट था जो दिल्ली की गद्दी पर बैठा था : (07 अक्टूबर 1556)
- पृथ्वीराज चौहान के समय रेवाड़ी के राज्यपाल तेजपाल के नेतृत्व में मोहम्मद गौरी की सेना के सेनापति इब्राहिम बारह हजारी के बीच संघर्ष हुआ जिसमे इब्राहिम बारह हजारी मारा गया
- अकबर के शासन काल में रेवाड़ी का क्षेत्र दिल्ली सूबे का भाग था
- बादशाहपुर का प्राचीन नाम : देहरा गांव
- रेवाड़ी के राव की परंपरागत राजधानी : गोकलगढ़
- मुफ्ती निजामुद्दीन 1857 की क्रांति में राव तुला राम की सेना की पलटन नंबर-1 के सेनापति थे
- मराठा सरदार महादजी सिंधिया ने हरियाणा को चार जिलों में बांटा था जिसमें रेवाड़ी, नारनौल, मेवात जिले के अधीन था गुरुग्राम का क्षेत्र
- आर्य समाज के प्रचार हेतु महर्षि दयानंद रेवाड़ी आयें : 1880 ई. में [उनकी हरियाणा में दूसरी यात्रा थी परंतु प्रदेश में यह उनका प्रथम प्रवास था]
- स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1880 में सबसे पहले विश्व की पहली गौशाला खोली : रेवाड़ी
- पहली आर्य समाज शाखा स्वामी दयानंद के द्वारा खोली गई : 1880
- पर्यटन केंद्र : जंगल बबलर व सेंडपाइपर
- नाहड वन्यजीव अभ्यारण- नाहड गाँव
- मोर और चिंकारा प्रजनन केंद्र: झाबुआ गांव स्थापित 6 अक्टूबर 2011
प्रमुख उद्योग
- तिल्ला जूती के लिए पूरे राज्य में प्रसिद्ध स्थान
- पीतल बर्तन उद्योग के गांव रेवाड़ी को पीतल नगरी कहा जाता है
- सूत की दरिया
जिले के तीन प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र :-
धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र | हीरो मोटो कोर्प बाइक, होंडा मोटर्स लिमिटेड, रिको ऑटो लिमिटेड, डेल्टन केबल्स लिमिटेड, ओमेक्स ऑटो लिमिटेड, पशुपति स्पिन्निंग एवम् वीविंग मिल्स, सहगल पेपर मिल [1975 ] |
रेवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र | अग्रवाल मेटल वर्क्स लिमिटेड, हरियाणा पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड, एवरेस्ट मेटल वर्क्स लिमिटेड |
बावल औद्योगिक क्षेत्र | हरियाणा में स्थापित पहला औद्योगिक क्षेत्र (1200 एकड़ में) |
बावल औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयां :
Hollister Medical India Pvt. Ltd.
नेरोलक पेंट्स Wahi Sons PVT. LTD. India-Japan Lighting Pvt. Ltd. Carrier Midea India Pvt. Ltd. कपारो मारुति UFI Filters India Pvt. Ltd. बैक्टिन डिक्शन Mercury Fabric Pvt. Ltd. CRRC Pioneer Electric PVT. LTD. Nippon Leakless Talbros Pvt. Ltd. असाही इंडिया China Railway Rolling Stock व्हील्स इंडिया बैक्टन एंड डिकिंसन लिमिटेड Calsonic Kansel Motherson ऑटो प्रोडक्ट Microtrol Sterillisation Services PVT. LTD. Atlas Pet Plas Industries LTD. मुसाशी ऑटो पार्ट्स इंडिया हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकल्स मिंडा कारपोरेशन लिमिटेड |
अन्य देशों में उद्योग:
देश | उद्योग |
भारत |
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जापान |
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जर्मनी |
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उत्तर कोरिया | Poss-DLPC Pvt. Ltd. |
संयुक्त अरब अमीरात |
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इंडो-इटालियन एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट (भारत-इटली कृषि परियोजना)
शुरुआत 1985-86 में
उद्देश्य : दक्षिण हरियाणा में बागवानी, बाजरा, चारा उत्पादन को बढ़ाना था यह योजना कनीना – महेंद्रगढ़, बाढ़डा-दादरी, जाटूसना बावल-रेवाड़ी में शुरू की गई है।
शिक्षण संस्थान / केंद्र :-
- इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय : मीरपुर, रेवाड़ी [ स्थापना 7 सितंबर 2013]
- रेवाड़ी सैनिक स्कूल- गोठड़ा (29 अगस्त 2009) [ उद्घाटन अगस्त 2018 को तत्कालीन रक्षामंत्री ए. के. एंटनी द्वारा]
- चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र स्थित है : बावल
- हरियाणा भंडारागार निगम (हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन) का अंतर्देशीय कंटेनर डिपो : रेवाड़ी
- केंद्रीय विद्यालय : कौनसीवास, रेवाड़ी
- जवाहर नवोदय विद्यालय : निचाना, रेवाड़ी
- ज्योतिष समाचार पत्र निकला : प्रहलाद शर्मा 1928 रेवाड़ी
- युद्ध संग्राहलय [तुलाराम संग्राहलय ] : रेवाडी
- राम भगवान चैरिटेबल इंस्टिट्यूट ऑफ़ कैंसर एंड रिसर्च सेंटर : मीरपुर [राज्य का पहला कैंसर संस्थान]
- मसानी बैराज / बांध : साहिबी नदी : मसानी गांव
मंदिर / धार्मिक स्थल :-
- घंटेंश्वर मंदिर : महादेव का मंदिर : 3 मंजिला मंदिर : सनातन धर्म के सभी देवी देवताओं की पूजा होती है
- हनुमान मंदिर
- भूतेश्वर मंदिर
- श्री राम शरणम आश्रम : रेवाड़ी
- नसियानी जैन मंदिर
- स्वामी शरणानंद मंदिर : धडोली
- भोली माता मंदिर
- भागवत भक्ति आश्रम : रामपुरा
- बड़ा तलाब हनुमान मंदिर स्थित है: रेवाड़ी
- लाल मस्जिद – अकबर कालीन 1570 ई.
- इब्राहीम 12 हजारी मस्जिद : मोहम्मद गौरी का जनरल
मेले
- बाबा सूरज गिरी का पौराणिक मेला : खोरी गांव
- बाबा सच्चा साहिब मेला गुरावडा –
- होली माता का मेला गोली चक्कर
- बाबा पीर का मेला – धारूहेड़ा
- बसंत पंचमी मेला
- बुद्धो माता मेला कुतुबपुर
- भैरू जी का मेला
महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल :-
फेयरी क्वीन भाप इंजन [1855] :
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प्रसिद्ध व्यक्तित्व :-
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बालमुकंद गुप्त :
गुड़ियानी गांव : जन्म 14 नवंबर 1865 : निधन : 1907 [ स्वतंत्रता सेनानी, साहित्यकार, पत्रिकार, सम्पादक ] शंभू के चिट्ठे से मार्ले-मिंटो का विरोध किया अखबारे चुनार (1886) में (उर्दू भाषा ), कोहिनूर (उर्दू) – लाहौर से संपादन, भारत मित्र (1899) : कोलकाता का सम्पादन किया, रत्नावली (हर्षवर्धन) का उर्दू अनुवाद किया रचनाएं :- हरिदास, खिलौना, शंभू का चिट्ठा, खेल तमाशा |
संतोष यादव :-
जन्म : जोनियावास, रेवाड़ी: विश्व की पहली महिला जिसने दो बार 1 मई 1992 और मई 1993 में एवरेस्ट की चढाई की : ITBP में सब इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त |
अल्हड़ बीकानेरी :-
जन्म : बीकानेरी गांव, रेवाड़ी मूल नाम श्याम लाल शर्मा हिंदी भाषा का प्रसिद्ध कवि |
रूडाराम :-
रेवाड़ी जंगल का प्रबंधक तिजारा किला बनवाया काव्य संग्रह : भज प्यारे तू सीताराम 1970 |
शादी लाल :
1913 में पंजाब हाई कोर्ट में नियुक्त होने वाले पहले भारतीय जज थे और 1920 में मुख्य न्यायाधीश बने, 1909 में राय बहादुर की उपाधि |
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