जिला परिचय: भिवानी | हरियाणा GK
विषय सूची
परिचय:
स्थापना: 22 दिसंबर 1972 | क्षेत्रफल : 3283 वर्ग किलोमीटर |
जनसंख्या: 1132169 |
साक्षरता दर: 74.60 % | तहसील : भिवानी, बवानीखेड़ा, तोशाम, लोहारू, सिवानी | उप तहसील:बहल |
उपमंडल:भिवानी, तोशाम, लोहारू सिवानी | खंड / ब्लॉक : भिवानी, तोशाम, लोहारू, बवानीखेड़ा, सिवानी, बहल, कैरू | विधानसभा क्षेत्र: भिवानी, तोशाम, लोहारू, बवानीखेड़ा [SC] |
इतिहास
- पूर्व सिंधु घाटी सभ्यता की खान, धुंध और घरों को तसमा हिल सीमा के खानक पहाड़ियों में पाया गया है।
- भवानी के मिताथल गांव में खुदाई (1 968-73 और 1 980-86) ने इलाके में पूर्व हड़प्पाण और हड़प्पा (सिंधु घाटी सभ्यता) संस्कृति का सबूत पाया है।
- भिवानी शहर के लगभग 10 किलोमीटर (6.2 मील) पूर्व में नौरंगाबाद के गांव के पास, 2001 में प्रारंभिक खुदाई में सिक्कों, उपकरण, चक्कर, खिलौने, मूर्तियों और बर्तनों को 2,500 साल पुराना समेत कलाकृतियों का पता चला।
- पुरातत्वविदों के अनुसार सिक्के, सिक्का मोल्ड, मूर्तियों और घरों के डिजाइन की उपस्थिति से पता चलता है कि कभी-कभी कुशन, गुप्त और 300 ईसा पूर्व तक यहीं में एक शहर मौजूद था।
- आईने -ए-अकबारी में भिवानी शहर का उल्लेख किया गया है और मुगलों के समय से वाणिज्य का एक प्रमुख केंद्र रहा है।
नाम की उत्पत्ति
- जिला का मुख्यालय, भिवानी शहर के नाम पर रखा गया है।
- भिवानी शहर, माना जाता है, उसकी पत्नी भनी के बाद नीम सिंह नाम का एक राजपूत द्वारा स्थापित किया गया था।
- बाद में भानी नाम बदलकर भियानी और बाद में भिवानी में बदल दिया गया।
- उपनाम: धर्मार्थ न्यासों का शहर, सिटी ऑफ वार हीरोज, मिनी क्यूबा – बॉक्सिंग, छोटीकाशी, मंदिरों का शहर, बॉक्सिंग पावर हाउस, दान वीरों की नगरी, बागड़ की काशी, राजपूताने का सिंह द्वार
- मिनी ब्राजील [अलखपुरा] : भारतीय फुटबॉल टीम यहां से काफी मात्रा में लड़कियों का चयन से हुआ है
- पर्यटन केंद्र : बायाँ रेस्ट हाउस, रेड रोबिन, तोशाम के पंचतीर्थ [ पांडव से संबंधित], अष्टकुंड – तोशाम, मिताथल गांव [हड़प्पा कालीन ]
- रोहनात का कुआँ (रोहनात गांव)
- 1857 में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह में लोगों पर जब तोपें चलाई गई तो लोगों ने बच्चों सहित कुएं में छलांग लगा दी इसे शहीद गांव भी कहते हैं
- 1947 आजादी के बाद गांव ने 70 वर्ष बाद 2017 में पहली बार आजादी दिवस मनाया
प्रभाग
- जिला में चार उप-विभाजन हैं: भिवानी, लोहारू, सिवानी और तौशम
- ये उप-विभाजन आगे पांच तहसीलों में विभाजित हैं: भिवानी, लोहरू, सिवनी, बावानी खेड़ा और तौशम और एक उप-तहसील, बहल।
- इस जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं: भिवानी, लोहारू, बावानी खेड़ा, तौशम और बावानी खेड़ा।
- बावानी खेड़ा हिसार (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का हिस्सा हैं जबकि शेष भिवानी-महेंद्रगढ़ (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का हिस्सा हैं।
- पहले भिवानी जिले में, उप डिवीजनों में बाडडा और चरखी दादरी और उप-तहसील बोंदकलां 2016 में नए चरखी दादरी जिले का हिस्सा बन गए थे।
जनसांख्यिकी
- 2011 की जनगणना के अनुसार भिवानी जिले की आबादी 1692910 है।
- यह भारत में कुल मिलाकर 306 वें स्थान पर है (कुल 640 में से)।
- जिले में जनसंख्या घनत्व 341 प्रति व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (880 / वर्ग मील) है। 2001-2011 दशक में इसकी जनसंख्या वृद्धि दर 14.32% थी भिवानी में प्रत्येक 1000 पुरुषों के लिए 884 महिलाओं का लिंग अनुपात है, और साक्षरता दर 76.7% है।
अवशेष स्थल
नौरंगाबाद |
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नौरंगाबाद का टीला |
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मिताथल |
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मिताथल का टीला |
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तोशाम की बारादरी |
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भिवानी में स्थित प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान |
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प्रमुख फसल : गेंहू, कपास, धान, चना, जौ
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मंदिर धार्मिक स्थल |
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व्यक्तित्व |
महत्वपूर्ण जानकारीलोहारू रियासत:
समसुद्दीन खान 1827-35
अमीनुद्दीन अहमद खान 1835-69
अलाउद्दीन अहमद खान 1869-84 [ नवाब की उपाधि धारण करने वाला लोहारू का पहला शासक ]
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भिवानी जिले की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं :-
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प्रमुख उद्योग |
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मुख्य जानकारी
भिवानी बॉक्सिंग क्लब [BBC] :-
गौरी शंकर मंदिर : [ किरोड़ीमल मंदिर ]
लोहारू किला :
तोशाम
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मुख्य बिंदु:
- भिवानी जिला हरियाणा के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों का गृहनगर है: बंसी लाल, बनारसी दास गुप्ता और हुकुम सिंह।
- नामकरण : राजपूत राजा नीम सिंह में अपनी पत्नी भानी के नाम पर रखा राज्य स्थापना के बाद 7 जिलों के बाद बनने वाला पहला जिला (कुल 8वां जिला )
- हिसार जिले से अलग करके अलग जिला बनाया गया : 22 दिसंबर 1992
- चौधरी बंसीलाल की कर्म स्थली : तोशाम विधानसभा क्षेत्र (जन्मस्थली : गोलागढ़, भिवानी)
- आईने अकबरी [अबुल फजल में भिवानी क्षेत्र का जिक्र है
- पक्की सड़कों की सर्वाधिक लंबाई किलोमीटर में भिवानी
- हरियाणा को तीन मुख्यमंत्री देने वाला जिला : बंसीलाल, बनवारी लाल गुप्ता, मा. हुकम सिंह
- एशिया का सबसे बड़ा वाटर वर्क्स : बापोड़ा गांव
- भिवानी में कांग्रेस की स्थापना : पंडित नेकीराम शर्मा और ए. के. देसाई
- प्रमुख खनिज : शोरा, चुना, रोड़ी, क्रेसर, [ खनक गाँव, तोशाम ]
- भिवानी में सघन विकास परियोजना की शुरुआत 1972
- भिवानी में पशु रोग निदान प्रयोगशाला स्थापना : 1978
- पृथ्वीराज चौहान की कचहरी : तोशाम
- हरियाणा राज्य का पहला ग्रामीण बैंक खुला : भिवानी : 1975
- हरियाणा का पहला स्वप्रेषित गांव : सुई गांव : सेठ किशनलाल जिंदल ने गोद लिया
- हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा खनिजों की खोज की जा रही है : तोशाम की पहाड़ियों पर
- सर्वाधिक गधे व खच्चर वाला जिला : भिवानी
- सर्वाधिक भेड़-बकरियों वाला जिला : भिवानी (अधिक मात्र में बकरिया महेंद्रगढ़ में भी पाई जाती है }
- मुख्य नहर : जुई नहर / B.N. चक्रवर्ती नहर, लोहारु सिंचाई परियोजना [ इंदिरा गांधी नहर ],
- भिवानी में पहली नहर आई : 1983
- भिवानी सामान्य अस्पताल का प्राचीन नाम : हेली हॉस्पिटल [ वर्तमान नाम – चौधरी बंसीलाल नागरिक हस्पताल ]
- निर्माणकर्ता चौ. छाजूराम [ अलखपुरा ]
- राज्य का सबसे प्राचीन मंदिर समर्पित है : भगवान विष्णु मदिर : तोशाम
- बवानीखेड़ा विधानसभा हिसार लोकसभा के अधीन आता है
- जिले में पहली रेल : रेवाड़ी – भटिंडा रेल मार्ग [1883] [1881 लाइन बिछाई गई ]
- प्राचीन समय में जिले में सबसे ज्यादा धर्मार्थ औषधालय : पांच
- प्राचीन समय में भिवानी में 12 द्वार / गेट हुआ करते थे
- गांधीजी दो बार भिवानी आए
- 22 अक्टूबर 1920 को बाबू मुरलीधर की अध्यक्षता में भिवानी में अंबाला डिवीजन पॉलिटिकल कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ इस कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए महात्मा गांधी, मौलाना आजाद, अरुणा आसफ अली, मौलाना अहमद अली – शौकत अली (अली बंधू), डा. अंसारी, लाला दुलीचंद, देवदास गांधी लाला लाजपत राय सहित अन्य बड़े नेता आये थे
- महात्मा गांधी जी ने अंग्रेजी सरकार को शैतानी सरकार कहा : भिवानी : 22 अक्टूबर 1920
- 15 फरवरी 1921 को दूसरी बार भिवानी में लाला बाबू मुरलीधर की अध्यक्षता में महात्मा गांधी ने को संबोधित किया
- भिवानी में डाकघर की स्थापना 1948
- भिवानी में हवाई पट्टी है
- भीम स्टेडियम : भिवानी
- नेशनल हाईवे : 709, 709A, 148B, 703
- राज्य में सबसे ज्यादा गांव वाला जिला : भिवानी भिवानी क्षेत्र पहले अंबाला डिवीजन के अधीन था
- डोबी तालाब : भिवानी
- जोगीवाला तालाब व अखाड़ा : भिवानी
- चौड़े मुंह के जार व कटोरे, मिट्टी के मनके व चूड़िया, पत्थर की गेंद, हाथी दांत के चित्र आदि अवशेष प्राप्त हुए है : मिताथल सीसवाल सभ्यता}
- जिले में अरावली पहाड़ियां :- तोशाम, रिवासा दूल्हेडी, खुडाना, निगाना
- भिवानी जिले में दो प्रकार की मृदा है: बागड़ तथा हरियाणवी
- मतीरा [तरबूज के प्रजाति के लिए पूरे राज्य में प्रसिद्ध स्थान है : लोहारू
- भिवानी मेडिकल कॉलेज का नाम होगा : पंडित नेकीराम शर्मा के नाम पर
- AIIMS की MDS की परीक्षा में 100% अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया : गरिमा अरोड़ा भिवानी
- राज्य में सर्वप्रथम सुपर ब्रेन योग का आयोजन हुआ: भिवानी: सर्वपल्ली राधाकृष्णन लैब स्कूल में
- देश का पहला पशु किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किया गया : भिवानी
- 2011 की जनगणना के अनुसार सबसे ज्यादा मोबाइल प्रयोग करने वाला जिला : भिवानी
- योद्धा गणराज्य की संसद का मुख्यालय था : प्राकृतनाक नगर ( नौरंगाबाद-बामला)
- 1182 में पृथ्वीराज चौहान ने भादानगों को हराकर भिवानी का क्षेत्र पर अधिकार किया पृथ्वीराज चौहान भिवानी के निकट तोशाम में अपनी कचहरी लगाता था
- भिवानी में आर्य समाज की शाखा खोली गई : 1890
- प्रथम विश्वयुद्ध के लिए दौरान भिवानी के रायबहादुर ताराचंद ने साढे चार लाख रुपये युद्ध में सहायता हेतु इंपीरियल रिलीफ फंड में दान किए अकेले भिवानी शहर से सरकार ने 25 लाख रुपए युद्ध के लिए इकट्ठा किया जबकि लक्ष्य केवल 15 लाख का था
- नेकीराम शर्मा लोकमान्य तिलक जी के विचारों से प्रभावित थे
- मई 1921 में सरकारी न्यायपालिका का बहिष्कार करके राष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना की
- लोहारू रियासत में प्रजामंडल की स्थापना की : दिलसुख, चौधरी मेहरसिंह, ठाकुर भगवंत सिंह, पंडित सत्यव्रत ने अलग हरियाणा राज्य की मांग को लेकर दादरी के रूदडोल निवासी रणवीर सिंह के नेतृत्व में भिवानी के वैश्य कॉलेज के छात्रों में 14 मार्च 1966 को एक आंदोलन हुआ
- हरियाणा आंदोलन में शहीद होने वाले एकमात्र युवा व्यक्ति थे : रणवीर सिंह
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